- May 12, 2023
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राजधानी के सुपर स्पेशलिटी बंसल अस्पताल में देहदान करने वाली 61 वर्षीय मरीज पुष्पलता जैन के अंगों से पांच जरुरतमंदो को मिला नया जीवन |
बंसल अस्पताल में सफलतापूर्वक कैडेवर किडनी एवं लिवर ट्रांसप्लांट किया | 61 वर्षीय मरीज पुष्पलता जैन भोपाल निवासी, 06/05/2023 को बंसल अस्पताल भोपाल में भर्ती कराया गया था। एक्यूट स्ट्रोक के निदान के साथ न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरो-सर्जन और इंटेंसिविस्ट, अधिकृत विशेषज्ञ सहित 4 डॉक्टरों वाली बंसल अस्पताल की ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन कमेटी द्वारा क्लिनिकल जांच और एपनिया परीक्षण सहित मेडिकल जांच करके उन्हें ब्रेन स्टेम डेड घोषित किया गया है |
अंगदानी के बेटे मनीष जैन एवं परिवार को उनकी स्थिति के बारे में समझाया गया और ब्रेन स्टेम डेथ के बारे में बताया । परिवार ने स्वेच्छा से अंगदान करने की सहमति दी | अंगदान हेतु परिवार की सहमति पश्चात् ऑर्गन डोनेशन की प्रक्रिया की शुरुआत की, प्रक्रिया के दौरान मरीज की किडनी, लिवर एवं कॉर्निया डोनेट योग्य हैं | किडनी व लिवर बंसल अस्पताल में दो जरूरतमंद को दी गई और दूसरी किडनी के लिए शहर में कोई रेसिपेंट उपलब्ध न होने की बजह से State Organ and Tissue Transplant Organisation (SOTTO) को सूचित किया गया , SOTTO द्वारा दूसरी किडनी इंदौर शहर एक निजी अस्पताल में अलॉट की, एवं कोर्निआ GMC भोपाल को दी गई।
अस्पताल में देहदान करने वाले पार्थिव शरीर का पूरे सम्मान के साथ पुलिस बैंड द्वारा अंतिम यात्रा निकाल कर अंतिम विदाई दी । अस्पताल के कॉरिडोर को सजाया गया । बंसल अस्पताल परिसर से अंतिम विदाई दे कर परिजनों के इस अंग दान का कठिन निर्णय लेने पर परिजनों का सम्मान भी किया गया |
इनहॉउस ट्रांसप्लांट टीम और विश्व स्तरीय उपकरणों के साथ ट्रांसप्लांट यूनिट की सुविधा उपलब्ध है|
ब्रेन डेड के बाद अंग दान करने वाले मरीज वो दानदाता हैं जिन्होंने हमें मानवता के चमत्कार सिखाए हैं और अपने पवित्र अंगो को उपहार के रूप में निहारने के लिए दिया है | इन्होने लोगों को जीवन दान देकर उनकी ज़िन्दगी में नई ऊर्जा और ज़ीने का मौका दिया , बंसल अस्पताल आपका आभारी है|